अगरतला में तीन दिवसीय सीईसी का 5 अप्रैल 2018 को समापन हुआ। तीन दिन तक सभी परिमंड़ल सचिवों व सीईसी मेंबर्स ने कर्मचारी हित, बीएसएनएल हित से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर गंभीरता के साथ चर्चा की। बीएसएनएल ईयू द्वारा पहली बार पूर्व सीईसी एवं विगत अधिवेशन में लिए गए निर्णयों की समीक्षा की गई। कॉम पी अभिमन्यु, महासचिव ने अपने विस्तारपूर्ण संबोधन में वेज रिवीजन, पेंशन रिवीजन, सब्सिडियरी टॉवर कंपनी जैसे ज्वलंत मुद्दों पर प्रकाश डाला। सब्सिडियरी टॉवर कंपनी के विरोध हेतु विभिन्न प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए। अंत मे सर्वानुमति से उपर्युक्त मुद्दों के अलावा प्रबंधन द्वारा किए जा रहे अनाप शनाप खर्चों पर रोक लगाने, सीनियर टीओए कैडर में नई नियुक्ति, कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स के मुद्दों के निराकरण में बीएसएनएल ईयू की भूमिका, कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स की छंटनी पर रोक, कार्यरत और रिटायर्ड साथियों की मेडिकल सुविधा जारी रखने, आउटसोर्सिंग ( विशेष रूप से सीएससी का ) न करने जैसे मुद्दों पर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए और इस हेतु आंदोलन की रूपरेखा भी तय की गई। 3 मई 2018 को बीएसएनएल ईयू द्वारा राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन किया जाएगा।
उपर्युक्त मुद्दों पर व्यापक चर्चा हेतु परिमंड़ल स्तर पर सभी परिमंड़ल में 30 अप्रैल 2018 तक परिमंड़ल कार्यसमिति ( CEC ) की मीटिंग करने का भी निर्णय लिया। इस विशेष सीईसी में सीएचक्यू पदाधिकारी उपस्थित रहेंगे। हमारे परिमंड़ल का जिम्मा कॉम के आर यादव, परिमंड़ल उपाध्यक्ष को सौंपा गया है।
तीन दिवसीय केंद्रीय कार्यकारिणी की मीटिंग में दूसरे दिन परिमंड़ल सचिव कॉम प्रकाश शर्मा ने परिमंड़ल की संगठनात्मक स्थिति पर प्रकाश डाला और खर्च कटौती हेतु विभिन्न सुझाव भी दिए। सीएचक्यू उपाध्यक्ष कॉम जगदीश सिंह ने वर्तमान परिस्थितियों पर अपनी बात रखी। तीसरे दिन पुनः परिमंड़ल सचिव द्वारा समीक्षात्मक चर्चा में भी शिरकत की गई। परिमंडल सचिव ने स्पष्ट किया कि मध्यप्रदेश परिमंड़ल में सीएचक्यू द्वारा सीईसी में लिए निर्णयों के आधार पर निर्देशित सभी आंदोलनों व अन्य आयोजनों में उत्साहपूर्ण भागीदारी की है और सीएचक्यू के निर्देशों का पालन भी किया है। सीएस द्वारा सीएचक्यू को बीएसएनएल स्वर की सभी शाखाओं को प्रेषित की जानेवाली संख्या से अवगत न कराए जाने पर खेद व्यक्त किया गया।
CCWF और AIBDPA को भी सुदृढ़ बनाने हेतु परिमंड़ल व जिला सचिवों को दोनो संगठनों का गठन करने के निर्देश दिए गए। जिला सचिव इस दिशा में प्रयास शुरू कर देवें व उनके एसएसए में 15 मई 2018 तक CCWF और AIBDPA का गठन हो जाए यह सुनिश्चित करें। सभी परिमंड़ल में परिमंड़ल स्तर पर महिला कन्वेंशन कर बीएसएनएल वर्किंग वूमन्स कोआर्डिनेशन कमेटी गठित करने का भी निर्णय लिया गया। युवा कर्मचारियों का भी सम्मेलन करने का आव्हान किया गया।
विपरीत परिस्थितियों में NE-1 सर्किल व अगरतला जिला कार्यकारिणी ने उत्कृष्ट व्यवस्थाओं के साथ सीईसी आयोजित की। मध्यप्रदेश परिमंड़ल कॉम स्वपन चक्रबोर्ति, उप महासचिव व स्वागत समिति के महासचिव कॉम शिवजी रे के साथ साथ समस्त कॉमरेड्स का आभार व्यक्त करता है।
सभी जिला सचिवों के अवलोकन, मंथन और कार्यवाही हेतु लिए गए निर्णयों पर CHQ द्वारा जारी परिपत्र संलग्न है।
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