दिनांक 28/4/2016 को कामरेड पी अभिमन्यु की शानदार व विशाल सभा हुई । सभा की अध्यक्षता कामरेड शिव यादव ने की। कामरेड ममता शर्मा , कामरेड चित्रा भाटिया मंच पर थी । सभा को बीएसएनएल ई यू के महासचिव कामरेड पी अभिमन्यु, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कामरेड जगदीश सिंह, बीएसएनएल ई यू के परिमंडल सचिव कामरेड प्रकाश शर्मा स्नाटा के परिमंडल सचिव कामरेड आलोक नामदेव , बीएसएनएल ई यू के परिमंडल अध्यक्ष कामरेड बी एस रघुवंशी , सहायक परिमंडल सचिव लखन पटेल, सीनियर लीडर कामरेड अनूप पांडे ,सीनियर लीडर कामरेड राजेंद्र सिंग ने संबोधित किया।सभा को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता एवं बीएसएनएल ई यू के महासचिव कामरेड पी अभिमन्यु ने बताया कि बीएसएनएल ई यू पिछले 11 सालोँ से लगातार मान्यता प्राप्त यूनियन है इसका कारण है बीएसएनएल ई यू कर्मचारियों की रक्षा के लिये एवं बीएसएनएल की सुरक्षा के लिये अनुशासित एवं जिम्मेदारी से संघर्ष कर रही है,जब एन एफ़ टी ई ने बीएसएनएल बनवाया तो हमारे सामने बीएसएनएल की रक्षा की बड़ी चुनौती थी,क्योंकि एन एफ़ टी ई ने बीएसएनएल के निजीकरण के पक्ष में प्रबंधन से समझौता किया था।बीएसएनएल बनवाते समय एन एफ़ टी ई ने समझौता किया था की 50% से अधिक शेयर कंपनी के बेचे जाने के बाद भी कम्पनी को सरकारी क्षेत्र में बनाये रखा जाना चाहिये, दूसरी तरफ बीएसएनएल को कंपनी एक्ट 1956 के अंतर्गत बीएसएनएल बनाया गया,अब जब दूरसंचार विभाग को कंपनी एक्ट 1956 के अंतर्गत बनाया गया है तो 50% से ज्यादा शेयर बिकने पर प्रायवेट हो जाएगा,यह जानते हुए एन एफ़ टी ई ने यह एग्रीमेंट किया कि बीएसएनएल के 50% शेयर बिकने के बाद भी सरकारी कम्पनी बनाये रखने का एग्रीमेंट निजीकरण करने के पक्ष में था। इसके अलावा एन एफ़ टी ई ने 2003 में नेशनल कॉउंसिल में 30% स्टाफ की छटनी का समझौता भी किया था,एन एफ़ टी ई की बीएसएनएल विरोधी एव कर्मचारी विरोधी नीतियों के कारण ही 2004 में बीएसएनएल के कर्मचारियों ने एन एफ़ टी ई को मान्यता से बाहर का रास्ता दिखाया,और उसके बाद बीएसएनएल ई यू को जब से मान्यता मिली हमने बीएसएनएल की रक्षा एवं कर्मचारियों की सुरक्षा का कार्य किया जिसके कारण बीएसएनएल ई यू ही कर्मचारियों की एक मात्र पसंद है। बीएसएनएल ई यू ने 2007 में बेहतर वेतन रिवीजन कराया ,बेहतर प्रमोशन पॉलिसी लागू करवाई,समय समय पर कर्मचारियों की पदोन्नति के लिए परीक्षाएं आयोजित करवाई,बैंको से लोन की सुविधा करवाई,अनगिनत उपब्धियों के साथ साथ हमने बीएसएनएल की रक्षा के लिए मजबूत संघर्ष किया और बीएसएनएल की रक्षा की है।बीएसएनएल बनने के बाद हम उन सभी सुविधाओं से वंचित हो गए जो केंद्रिय कर्मचारियों को केंद्र सरकार के आदेश से लागू हो जाती है। दूरसंचार विभाग से बीएसएनएल का बनना हमारे लिए टर्निंग पॉइंट था,कंपनी बनने से सरकारी छत्रछाया नहीं रही ,बोनस जो कि यदि दूरसंचार विभाग से बीएसएनएल नही बनाया जाता तो केंद्र के आदेश के अनुसार जैसे केंद्र सरकार के अन्य विभाग को स्वतः प्राप्त हो जाता है , हमे मिलता।लेकिन अब कंपनी के नियम लागू होते है।हमने पदनाम परिवर्तन की मांग रखी लेकिन एन एफ़ टी ई ने कभी भी पदनाम परिवर्तन के लिए सार्थक प्रयास नहीं किये, उनके लिए यह महत्त्वपूर्ण मुद्दा नहीं रहा लेकिन बीएसएनएल ई यू के लिए यह बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दा रहा है हमने सभी कैडर को सम्मान जनक पदनाम परिवर्तन का एग्रीमेंट किया है जिसके शीघ्र ही आदेश जारी होंगे,1.1.2017 से हमारा वेतन रिवीजन होने जा रहा है,किसी भी यूनियन को वोट देने से पूर्व आपको सोचना होगा की वेतन रिवीजन या कर्मचारियों के लाभ के लिए मांग पत्र प्रस्तुत करने में किस यूनियन का क्या रिकॉर्ड रहा है।जहा तक बीएसएनएल ई यू की बात है तो हमने बीएसएनएल के रेगुलर मजदुर को बैंक के क्लर्क से भी ज्यादा वेतन मान दिलाया है ,वंही दूसरी तरफ प्रबंधन के पक्ष में काम करने वाली यूनियन जिसने हाल ही में दो डिजिट बोनस के प्रस्ताव में सहमति देने का कार्य किया है।यदि आप बीएसएनएल ई यू को एक मात्र मान्यता प्राप्त यूनियन बनाते है तो बीएसएनएल ई यू बीएसएनएल की रक्षा ,कर्मचारियों की सुरक्षा एवं बेहतर वेतन रिवीजन के लिए सार्थक प्रयास करेगी। आभारप्रदर्शन कामरेड एस एन एस चौहान ने किया ,सभा का कुशल संचालन जिला सचिव कामरेड राघवेन्द्र अरजरिया ने किया,अंत में सभा के अध्यक्ष कामरेड शिव यादव ने सभा समाप्ति की घोषणा की।जबलपुर में बेहतरीन सभा के लिए टीम जबलपुर को बहुत बहुत बधाई।
चित्रमय झलकियाँ